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अब जून नहीं दिसंबर में लॉन्च होगी डीडीए की हाउसिंग स्कीम 2018

अब जून नहीं दिसंबर में लॉन्च होगी डीडीए की हाउसिंग स्कीम 2018

 अब जून नहीं दिसंबर में लॉन्च होगी डीडीए की हाउसिंग स्कीम 2018
(Shutterstock)
दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए की हाउसिंग स्कीम दिसंबर तक स्थगित हो गई है। पहले इसे जून में लॉन्च किया जाना था। इस स्कीम के तहत प्राधिकरण इस बार नए फ्लैट्स अॉफर करेगा। डीडीए के प्रवक्ता का कहना है कि जिन 21000 फ्लैट्स की बात हो रही है, उनमें से कई पूरे नहीं हुए हैं। डीडीए यह भी चाहता है कि जहां फ्लैट्स स्थित हैं, वहां बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराया जाए। लिहाजा उसमें वक्त लगेगा, जिससे लॉन्च में देरी होगी। डीडीए हाउसिंग स्कीम 2018 के तहत जिन लोगों को फ्लैट्स आवंटित किए गए हैं, वे प्रधानमंत्री आवास योजना क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी स्कीम के तहत 2.67 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी ले सकते हैं।
 
क्या है डीडीए हाउसिंग स्कीम 2018 का अॉफर: 
 
  • इस स्कीम के तहत डीडीए 21000 मकान दे रही है, जिनमें 1बीएचके, 2बीएचके और 3बीएचके फ्लैट्स शामिल हैं। द्वारका, जसोला, नरेला, रोहिणी और वसंत कुंज जैसे इलाकों में ये फ्लैट्स स्थित हैं।

 

  • इन फ्लैट्स की कीमतें फिलहाल तय नहीं की गई हैं। लेकिन पिछले फ्लैट्स के मुकाबले ये बड़े होंगे। उदाहरण के तौर पर 1बीएचके फ्लैट का साइज 323 स्क्वेयर फुट की जगह 430 स्क्वेयर फुट होगा। ज्यादातर फ्लैट्स कम आय वर्ग यानी एलआईजी कैटिगरी के होंगे। जबकि आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को छोटे फ्लैट्स दिए जाएंगे।

 

  • इस बार साल 2017 वाली गलती दोहराई नहीं जाएगी। जो फ्लैट्स लोगों ने छोड़ दिए हैं, उन्हें नई स्कीम में शामिल नहीं किया जाएगा। 2017 में आवंटित 12000 फ्लैट्स में से लोगों ने 6500 छोड़ दिए थे। इसका कारण था कि फ्लैट्स बहुत छोटे थे। इस बार डीडीए ने अपार्टमेंट्स के डिजाइन में बदलाव करने का फैसला किया है। उदाहरण के तौर पर हाल ही में दो 1बीएचके फ्लैट्स को जोड़कर 2बीएचके अपार्टमेंट बनाने का एेलान किया गया है।

 

  • इस बार डीडीए का जोर कई मंजिला इमारत बनाने पर है, जिनमें बड़े कमरे, अटैच बालकनी व बाथरूम है।
 
मिलेंगी ढेर सारी सुविधाएं:
 
  • बेहतर सुविधाएं और शानदार अपार्टमेंट्स बनाने के लिए डीडीए प्राइवेट बिल्डर्स का सहारा लेगा। ये नए अपार्टमेंट्स भूकंपरोधी होंगे।
 
  • कंस्ट्रक्शन में फ्लाई-एेश टेक्नॉलजी का इस्तेमाल होगा। इनमें वाटरप्रूफ दीवारें और छतें होंगी, जिन पर पानी का असर नहीं होगा। 
 
  • सुविधाओं की बात करें तो सोसाइटी में लोकल सीवेज प्लांट होने के साथ-साथ रेनवाटर हार्वेस्टिंग और मल्टी लेवल पार्किंग होगी। 
 
  • इन सोसाइटीज में थ्री टियर वाटर मैनेजमेंट सिस्टम होगा, जिससे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी का इस्तेमाल बाथरूम और बागवानी के लिए किया जाएगा। साथ ही जो बारिश का पानी होगा, उसे नहाने के लिए यूज किया जा सकेगा। वहीं आरओ के पानी को पीने के लिए सप्लाई किया जाएगा।      
Last Updated: Fri Jan 18 2019

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